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एक नया आगाज़

एक नया आगाज़

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मस्त मस्त हवा का झोंका

आता रहे यूं ही रे

ऐसे ही धुन में हम

मस्त मस्त गाते रहें यूं ही रे


क्या करें और क्या न करें

खोए क्यों या पाए क्यों

इसी कशमकश में बीत जाएगी

जिंदगानी हमारी यूं ही रे


मस्त मस्त हवा का झोंका

आता रहे यूं ही रे

ऐसे ही धुन में हम

मस्त मस्त गाते रहें यूं ही रे


लम्हों के निरंतर वेगों को

रोक भी पाया है कोई भला

इसी की आगोश में सदा

हम डूबे जाते यूं ही रे


मस्त मस्त हवा का झोंका

आता रहे यूं ही रे

ऐसे ही धुन में हम

मस्त मस्त गाते रहें यूं ही रे


ऐसे में गर वर्षा हो जाए

संगीत के सुरमयी तानों की

इसकी सरिता में बह जाएं

मन मुग्ध होकर यूं ही रे


मस्त मस्त हवा का झोंका

आता रहे यूं ही रे

ऐसे ही धुन में हम

मस्त मस्त गाते रहें यूं ही रे


हर पतझड़ के आने के साथ

बहारों को आवेग दिखाना ही है

भीनी-भीनी फूलों की खुशबू से

महकते रहे यूं ही रे


मस्त मस्त हवा का झोंका

आता रहे यूं ही रे

ऐसे ही धुन में हम

मस्त मस्त गाते रहें यूं ही रे


हरी भरी पावन बगिया में

भौरों का गुनगुनाना

पंछियों का चहकना भी

जरूरी है उपहास और उन्माद लिए

हम भी सुहाने मौसम का

लुत्फ उठाये यूं ही रे


मस्त मस्त हवा का झोंका

आता रहे यूं ही रे

ऐसे ही धुन में हम

मस्त मस्त गाते रहें यूं ही रे

ऐसे ही मनमोहक तर्ज पर

झंकारों की आवाज़ लिए

एक नये आगाज़ के साथ

जाएं हम अपनी डगर पर

सुर बिखेरते यूं ही रे


मस्त मस्त हवा का झोंका

आता रहे यूं ही रे

ऐसे ही धुन में हम

मस्त मस्त गाते रहें यूं ही रे


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