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Sandhaya Choudhury

Tragedy Inspirational

3  

Sandhaya Choudhury

Tragedy Inspirational

एक मै और कोरोना

एक मै और कोरोना

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बुलाती है मगर जाने का नहीं 

ये कोरोना है उधर जाने का नहीं 

किसी तरह घर से निकलने का नहीं 

मजबूरी में भी बीना मास्क पहने निकलने का नहीं 

निकल ही गए तो किसी से हाथ मिलाने का नहीं।


हाथ मिला ही लिया है तो बिना 20 सेकंड हाथ धोए बिना रहने का नहीं।

छींक अगर आए तो हाथ लगाने का नहीं

टीशु पेपर में छीकं कर बंद होने वाले डब्बे में

डालने का इधर-उधर फेंकने का नहीं।

बिना हाथ धोए 20 सेकंड तक साबुन से चेहरा छूने का नहीं

मिले कोई दोस्त तो एक मीटर दूर रहना सटने का नहीं


महसूस हो अगर सर्दी खांसी बुखार तो घर से निकलने का नहीं

कोरोना के खिलाफ जागरूकता फैलाओ डरने का नहीं

पूरे देश में लॉक डाउन है उल्लंघन करने का नहीं।

उल्लंघन करने पर 6 महीने की सजा और

जुर्माने का प्रावधान है भ्रम फैलाने का नहीं।


पूरे देश को बचाना है डरने का नहीं 

कोरोनाा बुलाती है मगर जाने का नहीं।

मेरे देश में सभी कोरोना से लड़ने  

लिए तैयार खड़ा है झूठा प्रचार करने का नहीं।

जनता कर्फ्यू तो पहली बार पड़ा है

नियम से चलने का है प्रशाशन से बहस करने का नहीं।


डॉक्टर सफाई कर्मी से प्यार से बात करने का लड़ने का नहीं

घर में रहकर मनपसंद चीजें करना समय गंवाने का नहीं

फोन से ही चैटिंग चैटिंग करना मिलने जाने का नहीं

प्यार अगर हो साथ में कोरोना क्या सब मुसीबत टल जाएगी

मोदी का देना है साथ हम सबको

सच्चा नागरिक बनना है गद्दार कहलाने का नहीं

एकता में ही शक्ति है अनेकता स्वयं को कहलाने का नहीं

पूरा देश साथ है तुम भी साथ रहो नियमों को शिद्दत से निभाने में मदद करो।


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