किताबें
किताबें
किताबों का संसार है जादू भरा
जिस में रहती दुनिया सारी
मैं जब चाहूं डूब डूब जाऊं
भूल जाऊं मैं खुद को सारा वजूद है मेरी यह किताबें
जिसका सबूत यह किताबें
किताबी अगर ना होती तो हम महामूर्ख कहलाते
मनुष्य का जन्म से मृत्यु तक साथ साथ चलती श्मशान तक किताबें ही है जो अंतिम।
समय तक वफा निभाते कोई नहीं रहता साथ जगत में यह किताबी रहते साथ-साथ अपने।
माना मनुष्य का जन्म है सबसे अहम मगर शिक्षा अगर ना मिले तो मनुष्य जीवन बेकार ।।