एक खुश गैर - पारंपरिक जोड़ा
एक खुश गैर - पारंपरिक जोड़ा
दो दिलों की राहों को एक करने वाला है प्यार
जब ये होता है तो चढ़ता है प्यार का बुखार
न जाने क्यों आज भी समाज करता है इसे अस्वीकार
प्यार तो प्यार है इसे यूं खेल ना बनाए
पवित्र से प्यार पर अपवित्र का दाग ना लगाए
कभी पहली नजर में हो जाए
कभी साथ ही प्यार में बदल जाए
बंधनों से परे ये रिश्ता प्यार का है
ये सिर्फ दो लोगों का नहीं दो दिलों का संगम है
अनोखी खुशी का ये अहसास है
दो दिलों में बजता ये मधुर संगीत है
जहाँ तू और मैं को कोई जगह नहीं
हर तरफ बस हम ही हम है
वो तुझ में तू उसमें कुछ इस तरह गुम है
जहाँ तकरार में भी प्यार है
इस रिश्ते में सम्मान और विश्वास दोनों बराबर है
प्यार को नाम की क्या जरूरत
ये अपने आप में ही खास है
समाज भी इस प्यार इस रिश्ते का सम्मान करें
अब तो बस यही आस है।

