एहसास
एहसास
कुछ एहसास आज भी
तेरे होने की तस्दीक़ करते है।
जब हवा हौले से बालों को
मेरे छूकर गुजर जाती है या
जब वो सुबह, ओस की बूंद
बंद आँखों पर ठहर जाती है ।
लबों पर भी महसूस किया है
मैंने, तेरे लबों को, जब भी
तेरे ख्यालों की कशिश,
ख्वाबों में उतर आती है ।।
कुछ एहसास आज भी
तेरे होने की, तस्दीक़ किया करते है।।