तुझे स्वीकारें या नकारें तुझे स्वीकारें या नकारें
पर लबों पर आते-आते बात रुक गई इश्क हमारा सच्चा है पर लबों पर आते-आते बात रुक गई इश्क हमारा सच्चा है
जीवन का स्पंदन तुम, हृदय में बहते रक्तकण तुम। जीवन का स्पंदन तुम, हृदय में बहते रक्तकण तुम।
अपनी आँखों में तुम्हारी तस्वीर देखने लगा हूँ मैं अपनी आँखों में तुम्हारी तस्वीर देखने लगा हूँ मैं
जब वो सुबह, ओस की बूंद बंद आँखों पर ठहर जाती है जब वो सुबह, ओस की बूंद बंद आँखों पर ठहर जाती है
किसी को कुछ ना देने वाला हूं फकीर मैं तो किसी को कुछ ना देने वाला हूं फकीर मैं तो