हम इश्क करते-करते उस खुदा को अपना महबूब बनाने लग पड़े। हम इश्क करते-करते उस खुदा को अपना महबूब बनाने लग पड़े।
अपनी आँखों में तुम्हारी तस्वीर देखने लगा हूँ मैं अपनी आँखों में तुम्हारी तस्वीर देखने लगा हूँ मैं
वो सुई से भी पतली गली छोड़ दी देख उनको भी हमने हँसी छोड़ दी. वो सुई से भी पतली गली छोड़ दी देख उनको भी हमने हँसी छोड़ दी.
अधूरे इश्क की रस्म तुम निभा जाना कभी! अधूरे इश्क की रस्म तुम निभा जाना कभी!
गुफ़्तगू मलाल कसक दहके आहिस्ता अमल हर्फ़ हसरतें दफ़्न मिट्टे आहिस्ता! गुफ़्तगू मलाल कसक दहके आहिस्ता अमल हर्फ़ हसरतें दफ़्न मिट्टे आहिस्ता!
ज़िन्दगी का हर दिन गुज़रता बस हँसने मुस्कुराने में ज़िन्दगी का हर दिन गुज़रता बस हँसने मुस्कुराने में