मैं चेहरे छिपाता नहीं मैं मुखौटे लगता नहीं....2 मैं चेहरे छिपाता नहीं मैं मुखौटे लगता नहीं....2
रिश्तों को गर बहने देते। दल-दल में यूँ न धंसे मिलते । रिश्तों को गर बहने देते। दल-दल में यूँ न धंसे मिलते ।
रूहानी सी दिलकशी है तुमसे। क्या यकीन करलूँ कि तुम हो कहीं। रूहानी सी दिलकशी है तुमसे। क्या यकीन करलूँ कि तुम हो कहीं।
तनहाई में तफ़सील से खुदा की इबादत की है तनहाई में तफ़सील से खुदा की इबादत की है
ख़लिश-ए-पैहम मुद्दत से छुपाये बैठे हैं, एक पत्थरदिल से दिल लगाये बैठे हैं। ख़लिश-ए-पैहम मुद्दत से छुपाये बैठे हैं, एक पत्थरदिल से दिल लगाये बैठे हैं।
अधूरे इश्क की रस्म तुम निभा जाना कभी! अधूरे इश्क की रस्म तुम निभा जाना कभी!