फिर ताउम्र इस जहां में क्यूँ फिर ताउम्र इस जहां में क्यूँ
तनहाई में तफ़सील से खुदा की इबादत की है तनहाई में तफ़सील से खुदा की इबादत की है
छोटी खरोच भी लगे मुझे तो बड़ा बवाल खड़ा कर देते हो छोटी खरोच भी लगे मुझे तो बड़ा बवाल खड़ा कर देते हो
रतजगे कई न्योछावर मुस्करा कर किए हैं मैंने। रतजगे कई न्योछावर मुस्करा कर किए हैं मैंने।