एहसास
एहसास
आँखों में सँजो कर याद करते हैं कभी,
एहसास को मुठ्ठी में बंद कर
दिल पे थाम लेते हैं कभी।
जब-जब याद आते हैं वे पल, लगे
क्यों न थम गई ज़िंदगी,
उन एहसास को सँभाल कर चलूँ
लगे हाथ थाम लिया है तेरा।
कभी ख्यालों में आ कर जगा देना तुम,
कभी पलकों को आ कर छू जाना तुम
दिल की गहराई में साँस बन कर
हर पल साथ रह जाना तुम।।