ए मेरे ख्वाब,,
ए मेरे ख्वाब,,
ए ख्वाब मेरे बस इतना एहसान कर दिया करो ,
नींद आए ना आए चांद ढलने से पहले सो जाया करो ,,
कुछ ऐसा बहाना कर लिया करो कि चांदनी का ऐतबार हर सम्भव हो ,
आएं कितनी भी मुश्किलात बस अपने आगोश में ले लिया करो ,,
हकीकत से परे कभी मिलने की तमन्ना करो ,
ए ख्वाब मेरे बस मेरे सीने पर सुकून का हाथ रख दिया करो ,,
ए चांद वक्त मिले तो तुम भी वक्त पर आया करो ,
मेरी अनकही सी बातों को बस कुछ पल सुन जाया करो ,
कुछ बदल रहा है ख्वाबो में बस तुम इठलाया न करो,
ए मेरे ख्याल कुछ पल जिंदगी से चुरा कर लाया करो ,,
रात कितनी खुबसूरत है ए चांद बस महसूस यूं किया करो ,
नाजुक सी मेरी उंगलियों को कुछ पल बस थाम लिया करो ,,
ना कुछ कहने की कभी जरूरत पड़े इतना प्यार किया करो ,
ए मेरे ख्वाब बस मेरे लिए मेरी नींदों में आया करो,,
लगा कर अपने सीने से बस कुछ गुनगुनाया करो ,
बन जाएं एक खुबसूरत सी ग़ज़ल ऐसे कुछ अल्फाज़ सुनाया करो ,,
ए मेरे ख्वाब तमन्ना इतनी बस किया करो ,
सिमट जाऊ तेरे ही आगोश में बस जी भर प्यार कर लिया करो ,,
ए मेरे ख्वाब कभी ख्वाबों में ही ही आ जाया करो ,
कुछ हम कहें और कुछ तुम मेरी अनकही सी बातों को बस सुन जाया करो ,,
बीत रहे हैं लम्हे ए मेरे ख्वाब वक्त न बिताया करो ,
आती हुई खुशियों को वक्त से पहले मेरे आंचल से बटोर लिया करो,,
इस बरसात के आलम में ए मेरे ख्वाब तुम भी बरस जाया करो ,
कर बेइंतहा मुहब्बत मुझे अपने पहलू में छिपा लिया करो ,,
ए मेरे ख्वाब कितनी प्यारी ये ख्वाबों की बातें हैं कभी तो तुम भी सुन जाया करो ,
कभी गर आए मेरी याद तो हां फिर ख्वाबों में ही मिलने आया करो ,,
ए मेरे ख्वाब,,,,,