होंटों का रंग
होंटों का रंग


तुम्हारे होंटों का रंग,
ना ही अल्ट्रा वॉयलेट ,
ना ही इंफ्रा रेड है !
वो तो है !
इस भौतिक और परलौकिक
दुनियां से परे !
जिसका अनुनाद तभी सम्भव है !
जब मेरे होंटों की तपिश ,
तुम्हारे संपूर्ण यौवन को पूर्णिमा की सर्द रात्री में
चूम लेगी!
वो एक ऐसा क्षण होगा !
जब प्रेम की जल बूंदे पूरे यौवन पर होंगी !
तब मेरी उँगलियों का स्पर्श पाकर ,
तुम्हारा महकता यौवन ,
सम्पूर्ण वस्त्रों को त्याग देगा!
फिर तुम चुन लेना ,
मेरी आँखों में बसी ,
प्रेम की अंतरात्मा को ,
तब तुम्हारा यौवन
बेहद नर्म और बेहद पारदर्शी होगा!
तब मेरी कविता का अनुवाद संभव होगा!