हुआ क्या अब यूँ कि ख़ुशी में हासिल नहीं है वो हुआ क्या अब यूँ कि ख़ुशी में हासिल नहीं है वो
ग़मों को भूलकर जीते रहो ज़िंदगी का सुनहरा सफ़र। ग़मों को भूलकर जीते रहो ज़िंदगी का सुनहरा सफ़र।
ज़ुल्फ़ों में ना उलझाओ, थोड़ा-सा करीब आओ। ज़ुल्फ़ों में ना उलझाओ, थोड़ा-सा करीब आओ।
ये मैं हूँ लगूँ सबको यहाँ कभी पहेली कभी कहानी। ये मैं हूँ लगूँ सबको यहाँ कभी पहेली कभी कहानी।
राह सीधी दिखी पर मुश्किलें हज़ार, ख्वाहिशों से सजा मिला हमेशा बाज़ार कभी दुकानों पे ठगी फिर उ... राह सीधी दिखी पर मुश्किलें हज़ार, ख्वाहिशों से सजा मिला हमेशा बाज़ार कभी दु...
कण -कण में जिसकी रहनुमाई है ये पहेली तो सुलझ न पाई है देखो ......फिर बहार आई है। कण -कण में जिसकी रहनुमाई है ये पहेली तो सुलझ न पाई है देखो ......फिर बहार ...