दूरियाँ क्यों आयी
दूरियाँ क्यों आयी
काश! हम जान पाते कि हमारे दरमियां दूरियाँ क्यों और किस लिए आई,
जाने वो कौन सी मजबूरियाँ थी कि हमारा प्यार हमसे जुदा हुआ,
कुछ सवाल सवाल ही रहें तो अच्छा होता है,
उनके जवाब हमको और तोड़ देंगे इस लिए ये सवाल सवाल ही रहें तो अच्छा,
जिंदगी की राहों पर चलते चलते कब हमको तुमसे प्यार हुआ,
कब तुमसे हम इकरार कर बैठे नही समझ पाए,
यह ज़माना क्यों हमारा दुश्मन हुआ हम समझ नही पाए,
अब तो किसी से दोस्ती भी नही हम करते,
तन्हा तन्हा रहना ही अब आदत बन गयी है,
दुरियाँ हमने ज़माने से भी अब कर ली है,
यह दुरियाँ अब कभी नजदीकियाँ बनेगी की नही,
इस सवाल का भी शायद कोई जवाब नही हमारे पास ।
