Kirti Prakash
Tragedy
दर्द फिर मुस्कुरा उठते हैं
जब भी मिल जाता है
उसका कोई चाहने वाला
मैं साथी बदल भी लूँ
तो कहाँ कहाँ
यही चमन उसका भी यही वतन मेरा भी...
लव यू पापा
बन जाओ इंसान
दर्द शायरी है
झूठ लाजवाब
सखी साजन
दिल
वक़्त की तहरी...
ख़ुदा
दुआ मेरी
दर्द
ये ज़मीं तुम्हारी, तुम यहीं के, तो यहीं रहोगे क्यों मन बौखलाया दिल्ली में मालूम कर। ये ज़मीं तुम्हारी, तुम यहीं के, तो यहीं रहोगे क्यों मन बौखलाया दिल्ली में माल...
ये तो हाईवे है इनकी मदद कोई और कर देगा। ये तो हाईवे है इनकी मदद कोई और कर देगा।
मेडिकल जांचें नोटों की चढ़ा रही बलि, देश में कोरोना के डर में है होली। मेडिकल जांचें नोटों की चढ़ा रही बलि, देश में कोरोना के डर में है होली।
स्वर्ण तारों से तौल लिया तूने स्वर्णिम भविष्य मेरा कैद तो फिर भी कैद है अहा ! समझ स्वर्ण तारों से तौल लिया तूने स्वर्णिम भविष्य मेरा कैद तो फिर भी कैद है ...
कुछ निवाले और सर पर साया, इतना भी बड़ी छतरी वाला न दे पाया कुछ निवाले और सर पर साया, इतना भी बड़ी छतरी वाला न दे पाया
पल पल कितनी मौत मरती, स्तिथि होती बड़ी दयनीय ll पल पल कितनी मौत मरती, स्तिथि होती बड़ी दयनीय ll
सुबह फोन की घंटी ने मुझे जगाया , पीहर से माँ का संदेश था आया , अपने होली के त्योहार क सुबह फोन की घंटी ने मुझे जगाया , पीहर से माँ का संदेश था आया , अपने होली क...
तेज गाड़ियों की रफ्तार से पिसे हुए, दबे हुए, क्षत विक्षत तेज गाड़ियों की रफ्तार से पिसे हुए, दबे हुए, क्षत विक्षत
लिखी चिट्ठी में छुपा देती हैं, अक्सर अपनी दरारें दुख की। लिखी चिट्ठी में छुपा देती हैं, अक्सर अपनी दरारें दुख की।
रंग में भंग डाल दिया देखो तुमने होली में। रंग में भंग डाल दिया देखो तुमने होली में।
कोई प्यार को तरसे तो कोई दीदार को तरसे नहींं खुश यहाँ कोई सब अहसास को तरसे कोई प्यार को तरसे तो कोई दीदार को तरसे नहींं खुश यहाँ कोई सब अहसास को तरसे
ये रंगों की होली एक बार आती बरस में इधर होली रंगते दिखाई देते हैं हर पल में। ये रंगों की होली एक बार आती बरस में इधर होली रंगते दिखाई देते हैं हर प...
डर का एक माहौल सा है शैतान वहीं पहचाना सा शहर हमारा कुछ दिन से लगता हैं अनजाना सा।। डर का एक माहौल सा है शैतान वहीं पहचाना सा शहर हमारा कुछ दिन से लगता हैं...
तेरा मेरा नहीं हमारा है, इसे अशफ़ाक़-बिस्मिल ने संवारा है। तेरा मेरा नहीं हमारा है, इसे अशफ़ाक़-बिस्मिल ने संवारा है।
अखबारों ने आज कहा कि कल कत्ल चौराहे पर सर-ए-आम हुआ। क्या लोग अंधे थे वहाँ पर जो यह खून अखबारों ने आज कहा कि कल कत्ल चौराहे पर सर-ए-आम हुआ। क्या लोग अंधे थे वहाँ पर ...
लौट कर आया जब शव तिरंगे में तो हाथ की वो सभी चूड़ियाँ रो पड़ी लौट कर आया जब शव तिरंगे में तो हाथ की वो सभी चूड़ियाँ रो पड़ी
ना हाथ रंगो हल्दी मेहंदी से, इन्हें स्याही से रंग जाने दो माँ। नींव बनूँगी दो-दो घर क ना हाथ रंगो हल्दी मेहंदी से, इन्हें स्याही से रंग जाने दो माँ। नींव बनूँगी...
उस दिन आखिरी रात थी तेरी जब चैन से तू सो गया और उस दिन आखिरी रात थी तेरी जब चैन से तू सो गया और
एकता की मिसाल थी दिल्ली आज दंगों की भेंट चढ़ रही है। एकता की मिसाल थी दिल्ली आज दंगों की भेंट चढ़ रही है।
हिन्दुस्तानी औरतें संघर्षरत हैं नित्य पुरुषवाद के खिलाफ घर के अंदर हो अथवा बाहर! हिन्दुस्तानी औरतें संघर्षरत हैं नित्य पुरुषवाद के खिलाफ घर के अंदर हो अ...