STORYMIRROR

Dhan Pati Singh Kushwaha

Tragedy

4  

Dhan Pati Singh Kushwaha

Tragedy

दरार दिलों के बीच आ गई है

दरार दिलों के बीच आ गई है

1 min
259


जहां रिश्तों में था पहले प्यार अपार,

दिखाया मोबाइल ने ऐसा चमत्कार,

दरार दिलों के बीच आ गई है,

ज्यादातर लोगों के,

रिश्तों में मुश्किल आ गई है,

ज्यादातर लोगों के।


पहले का जो समय था,

गुजरता था अपनों के संग में।

मिलते थे फुरसत के जो पल,

उन्हें रंगते थे खुशियों के रंग में।

सुनते थे और थे सुनाते,

पाते थे प्यार लोगों के।


जहां रिश्तों में था पहले प्यार अपार,

दिखाया मोबाइल ने ऐसा चमत्कार,

दरार दिलों के बीच आ गई है,

ज्यादातर लोगों के,

रिश्तों में मुश्किल आ गई है,

ज्यादातर लोगों के।


जैसा बीता समय लोभ आया,

स्वार्थ-चालाकी और आई मोह माया।

अपवाद के रूप में होंगे कुछ ही बचे,

असर इस रोग

का जिन पर न छाया।

खुश किस्मत हैं वे-अछूते रह पाए जो,

चंगुल में न आए इन रोगों के।


जहां रिश्तों में था पहले प्यार अपार,

दिखाया मोबाइल ने ऐसा चमत्कार,

दरार दिलों के बीच आ गई है,

ज्यादातर लोगों के,

रिश्तों में मुश्किल आ गई है,

ज्यादातर लोगों के।


भले ही हों सामने दोनों बैठे,

अपने-अपने मोबाइल में खोए।

एक से हालात में हैं दोनों,

पर है एक हॅंस रहा दूजा रोए।

सिर्फ अपनी खुशी और अपना ग़म,

मतलब अपने से है,

न कि और लोगों के।


जहां रिश्तों में था पहले प्यार अपार,

दिखाया मोबाइल ने ऐसा चमत्कार,

दरार दिलों के बीच आ गई है,

ज्यादातर लोगों के,

रिश्तों में मुश्किल आ गई है,

ज्यादातर लोगों के।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Tragedy