दिल से बात
दिल से बात
चल आज तेरे दिल की बात तेरे दिल को में सुनाती हूँ
तेरी नापाक सी खाव्हिशे इस दुनिया को में बताती हूँ
सुन ले गौर से मेरी जान ये दास्तान
मैं तेरी ही कहानी आज तुझे सुनाती हूँ
क्यों ऐतबार कर लेती है तू हर वो शख्स पर
ये दुनिया इतनी भी अच्छी नही आज तुझे में बतलाती हूँ
हर किसी ने यहाँ पहना एक मोखोता है
जो तू सबकी बताओं में आ वो तुझे समझाती हूँ
तेरी मासुमियत पे जो लोग मरते है
आज उन शक़्स का असली सच मे तुझे दिखती हूँ
सबको इस कदर अपना बना के प्यार करना गलती है तेरी
आज तेरे दिल का हाल चल तुझे सुनाती हूँ
किस कदर तू हर किसी को अपना बनाती गयी
तेरे अकेलेपन का अंजाम आज तुझे बताती हूँ
ये सिलसिला तू ख़त्म कर मेरी जान
ये फरियाद तेरे दिल की आज तेरे दिल को सुनाती हूँ
चल आज तेरे दिल की बात तेरे दिल को में सुनाती हूँ।