दिल में एक तपिश सी है
दिल में एक तपिश सी है
अपनी ज़िंदगी से बहुत खुश हूं
बहुत कुछ पाया इस जनम से।
अपनी ज़िंदगी में बहुत सारी
खुशियां भी हैं खुदा की कसम से।
कोई शिकवा और शिकायत भी
नहीं है अपने प्यारे से सनम से।
फिर भी न जाने क्यूं और क्या
मेरे दिल में एक ख़लिश सी है।
कुछ और पाने की अब भी
इस दिल में एक तपिश सी है।
