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ashok kumar bhatnagar

Classics Inspirational

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ashok kumar bhatnagar

Classics Inspirational

धड़कते दिल की कहानी"

धड़कते दिल की कहानी"

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धड़कते दिल की कहानी,
 वो आँसू, वो तन्हाई…
 हर अधूरी ख्वाहिश को,
 जागता बना दिया।
 तेरी बेबसी के दिनों में,
 मायूसी ने रुलाया था।
 हर सवाल ने तुझसे पूछा,
 क्या तेरा विश्वास भी छिन गया?
 पर तूने नहीं हार मानी,
 अपने दर्द को सीने से लगाया।
 जहाँ सबने तुझे छोड़ दिया,
 वहीं तूने खुद को सजाया।
आग बसी थी आँखों में,
 वो चुपके-चुपके टूटते लम्हें।
 हर जुबां पर था तेरा नाम,
 हर दिल में तेरा ग़म।
 कभी जो तन्हाई में खो गई थी,
 अब वो रोशनी बन गई।
 हर फ़ूल की तरह खिल उठी,
 तेरी आत्मा फिर से जग गई।
 धड़कते दिल की कहानी,
 वो आँसू, वो तन्हाई…
 अब हर अधूरी ख्वाहिश को,
 पूरी कर दिखाया।
 तेरे संघर्ष की मिसाल बनी,
 तेरे नाम की रोशनी।



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