देशप्रेम
देशप्रेम
रोमांस हमेशा ही खतरनाक रहा है।
लोगों ने मुश्किल किया है जीना उसका।
जो भी अपने प्रेम के प्रति वफादार रहा है।
देशप्रेम जागा और सूली पर हंसते हंसते लटक गए भगत सिंह।
देश को आजाद करके ही दम लिया भले ही लोगों ने उन पर कितना भी सितम किया।
आज भी देश प्रेमी बहुत कुछ सहते हैं।
वह जो अपनी लकीर को लंबा नहीं खींच सकते।
किसी भी लंबी लकीर को मिटा कर ही दम लेते हैं।
देश प्रेम एक भावना है जो मिट नहीं सकती।
युग कोई सा भी हो वह अपने लक्ष्य से डिग नहीं सकती।
फांसी पर झूलने से भगत सिंह का अंत तो नहीं हुआ।
प्रत्येक देश प्रेमी का वही आदर्श हुआ।

