बिलख के रो पड़े जो जज़्बात तेरी बाहों में, पिघल गए जख़्म सारे, ढो रहा था जो कई सालों से... बिलख के रो पड़े जो जज़्बात तेरी बाहों में, पिघल गए जख़्म सारे, ढो रहा था जो कई सालो...
गिरते हुये सम्भलते हुये एक दूसरे में खोये खोये। गिरते हुये सम्भलते हुये एक दूसरे में खोये खोये।
करना है याद तो जी के कर, जी ले हर आता एक पल। बारिश, बादल और यादों को, कर खुद को अर्पण हो नि... करना है याद तो जी के कर, जी ले हर आता एक पल। बारिश, बादल और यादों को, क...
जख़्म भर जाते हैं चोट के निशान रह जाते हैं इश्क में अक्सर कितने अहसान रह जाते हैं जख़्म भर जाते हैं चोट के निशान रह जाते हैं इश्क में अक्सर कितने अहसान रह जाते हैं
मगर तुमसे दूर भी तो नहीं, मैंने तो हर शै में तुम्हें महसूस किया है। मगर तुमसे दूर भी तो नहीं, मैंने तो हर शै में तुम्हें महसूस किया है।
आज कुछ कहना ना पड़ता मैं तेरा होता तू मेरी होती। आज कुछ कहना ना पड़ता मैं तेरा होता तू मेरी होती।