देश महान
देश महान
अपनी मर्यादा के लिए लड़े लड़ाई,
भारत यह कैसा देश महान।
कन्या जो देवी कहलाती,
अजन्मी ही मारी जाती।
बेटे से ही बढ़ता मान,
भारत यह कैसा देश महान।
स्वयं को तो पवित्र कर जाए,
गंगा मैली होती जाए।
दूषित हो रहे तीर्थस्थान,
भारत यह कैसा देश महान।
वश में नहीं रही वासना,
प्रारंभ हुई फिर प्रताड़ना।
नारी शील पर हुआ प्रहार,
भारत यह कैसा देश महान।
मर्यादा को करे स्थापित,
नारी शक्ति हो सुरक्षित।
भारत तब करे अभिमान,
बने यह भारत देश महान।