चूल्हे में चतुराई...
चूल्हे में चतुराई...
हम सीधे सादे अच्छे हैं,
भले चिलमची भाई,
चूल्हे में जाकर गेरेगी,
अति की ये चतुराई,
हद से ज्यादा अच्छा नहीं है,
होशियारी का पाठ,
वरना पढ़ने पड़ जाते हैं,
सोलह दूनी आठ,
समझ-बूझ की आंख बंद हों,
इत कूंआ उत खाई,
चूल्हे में जाकर गेरेगी,
अति की ये चतुराई।