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अनकही बातें...

अनकही बातें...

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कुछ अनकही बातें

आँखों से केहनी है

लम्हे तेरे इंतज़ार में है

सुन ले तू ज़रा

सुन ले तू ज़रा...


ठहर जा इस ज़मीन पर

मुड़कर एक बार तो देख

कितनी है मुरादें

जो तुझसे पूरी होनी है

कुछ अनकही बातें

आँखों से केहनी है


दिल की एक तमन्ना है

हर रास्ते पर

साथ तेरे चलना है

हर ख्वाहिश को तेरी

पूरा मुझे करना है

सुन ले तू ज़रा


आरज़ू हो मेरी

ज़िन्दगी हो मेरी

खुशियां सब तुझसे ही

पूरी होनी है

कुछ अनकही बातें

आँखों से कहनी है...!




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