चन्द्रयान -३ प्रक्षेपण
चन्द्रयान -३ प्रक्षेपण
अंतरिक्ष में भारत की ऊँची उड़ान
अंतरिक्ष यात्रा में नया अध्याय,
चंद्रयान का सफल प्रक्षेपण
रॉकेट से अलग हुआ चंद्रयान।
चंद्रयान पृथ्वी की कक्षा में स्थापित।
बहुत महत्वपूर्ण है यह उपलब्धि ,
वैज्ञानिकों का है अनन्य समर्पण
उनकी कड़ी मेहनत है रंग लाई।
210 किलोमीटर प्रति सेकेंड की
रफ़्तार से आगे बढ़ रहा है चन्द्रयान,
चन्द्रयान धरती के चक्कर लगाएगा
धरती के आकर्षण से दूर होने के लिए।
पहले पाँच चक्कर धरती के लगाएगा
छठे चक्कर में आकर्षण से दूर होगा,
चंद्रयान चंद्रमा के आकर्षण में आएगा
और यह चन्द्रमा के चक्कर लगाएगा।
फिर धीरे- धीरे वेग कम करके ,
सौ किलोमीटर यान की गति करके,
40 दिन बाद चाँद की सतह पर उतरेगा
लैंडर ‘विक्रम’और चलेगा रोवर ‘विज्ञान’।
लैंडर और रोवर चंद्रमा की सतह पर
एक दिन धूप रहने तक काम करेंगे ,
चन्द्रमा का एक दिन होता है
पृथ्वी के चौदह दिनों के बराबर।
चॉंद के दक्षिणी ध्रुव पर रोवर लैंड करेगा
यहॉं अभी तक किसी ने लैंडिग नहीं की,
चाँदी से जुड़े रहस्य अनावृत होंगे,
महाशक्तियों में चौथा देश बनेगा भारत।
