Gajanan Pandey
Inspirational
वक्त के साथ चलते रहो
हर पल इम्तिहान है
पर तुम न रुको , न थको
बस आगे बढो
और लक्ष्य को हासिल करो।
मन आईना है
रंग
संस्कारों से ...
जिंदगी का सफर
समय
पुस्तक
ईश्वर
स्वास्थ्य ही ...
क्या भूलूँ, क...
हमारे हाथ कर्...
परंपराओं की छाँव में, बढ़ती ख़ुशियाँ, समाज में खिलती, खुशहाली की दुनिया। परंपराओं की छाँव में, बढ़ती ख़ुशियाँ, समाज में खिलती, खुशहाली की दुनिया।
जिंदगी दौड़ -धूप से भरी थी मगर अक्सर हौसलों को आजमाया हमने जिंदगी दौड़ -धूप से भरी थी मगर अक्सर हौसलों को आजमाया हमने
सब कुछ जीर्ण - शीर्ण क्षीण हो जाता है तो भी तृष्णा क्षीण नहीं होती । सब कुछ जीर्ण - शीर्ण क्षीण हो जाता है तो भी तृष्णा क्षीण नहीं होती ।
क्यों खुद के लिए कुछ खरीदने से कतराती हैं? क्यों खुद के लिए कुछ खरीदने से कतराती हैं?
मनुष्य की प्रगति का विश्वास है बदलाव, विकास और समृद्धि की पुकार है बदलाव। मनुष्य की प्रगति का विश्वास है बदलाव, विकास और समृद्धि की पुकार है बदलाव।
एक प्यारा सा परिवार हमारा, जहाँ मिलता है सभी को खुशियों का खजाना। एक प्यारा सा परिवार हमारा, जहाँ मिलता है सभी को खुशियों का खजाना।
अपने मन को स्थिर रखने की देते सीख नये संघर्ष, सहनशक्ति, चुनौती की लीक। अपने मन को स्थिर रखने की देते सीख नये संघर्ष, सहनशक्ति, चुनौती की लीक।
ईश्वर प्रकृति की अद्भुत कारीगरी झांकें भौतिक चमक के पीछे हम क्यों भागें। ईश्वर प्रकृति की अद्भुत कारीगरी झांकें भौतिक चमक के पीछे हम क्यों भागें।
रुकना मत तुम चलते रहना उन्मुक्त गगन में उड़ते रहना। रुकना मत तुम चलते रहना उन्मुक्त गगन में उड़ते रहना।
लेकिन मैं राजनीति जानना चाहता हूं ! लेकिन मैं राजनीति जानना चाहता हूं !
गुरु ही तो है.... जो मिट्टी को तराश, खिलौने बना जाते है। गुरु ही तो है.... जो मिट्टी को तराश, खिलौने बना जाते है।
आप अपने अस्थिर मन में स्थिरता लाने की पुरज़ोर कोशिश करें...! आप अपने अस्थिर मन में स्थिरता लाने की पुरज़ोर कोशिश करें...!
हर विघार्थी पास होना चाहता है, पर क्या ये संभव है? हर विघार्थी पास होना चाहता है, पर क्या ये संभव है?
खोजूँ नए अफसाने जो चल पड़े नई दुनिया बसाने खोजूँ नए अफसाने जो चल पड़े नई दुनिया बसाने
मत दिखाओ सपने बेटियों को जादुई दुनिया के राजकुमार के। मत दिखाओ सपने बेटियों को जादुई दुनिया के राजकुमार के।
वक्त सीमित है हरवक्त असीम कर्म तमाम। वक्त सीमित है हरवक्त असीम कर्म तमाम।
सही राह दिखाते हैं गुरु हमें जीना सिखाते हैं। सही राह दिखाते हैं गुरु हमें जीना सिखाते हैं।
पैसों के तराजू में अब तुल रहे हैं रिश्ते, छल कपट के नकाब में पल रहे हैं रिश्ते। पैसों के तराजू में अब तुल रहे हैं रिश्ते, छल कपट के नकाब में पल रहे हैं रिश्त...
प्रकृति- पुरुष की इच्छा से जन्मा है मानव, इच्छाओं के जाल में फँसकर हुआ है दानव। प्रकृति- पुरुष की इच्छा से जन्मा है मानव, इच्छाओं के जाल में फँसकर हुआ है दान...
गुरु ने ही विद्यार्थी का जीवन है बनाया और अपने ज्ञान की ज्योति से इसे सजाया। गुरु ने ही विद्यार्थी का जीवन है बनाया और अपने ज्ञान की ज्योति से इसे सजाया।