चहरे पे चेहरा
चहरे पे चेहरा
बरतनों की कलाई से ये लोग,
अंदर कुछ और, बाहर कुछ और,
चेहरे पे चेहरा लगाए हुए ये, खतरनाक लोग,
मिल ही जाते है रोज हमारे बीच,
जैसे इंसानों के बीच भेड़िए, या
भेड़ियों के बीच इन्सान।
बरतनों की कलाई से ये लोग,
अंदर कुछ और, बाहर कुछ और,
चेहरे पे चेहरा लगाए हुए ये, खतरनाक लोग,
मिल ही जाते है रोज हमारे बीच,
जैसे इंसानों के बीच भेड़िए, या
भेड़ियों के बीच इन्सान।