STORYMIRROR

Shailaja Pathak

Abstract

4  

Shailaja Pathak

Abstract

रामायण में महाभारत

रामायण में महाभारत

1 min
303

माहोल बहुत कुछ अजीब सा था,

द्रोपदी का अपने बचाव के लिए कृष्ण को पुकारना,

दुर्योधन का वो घृंणित व्यवहार,

पितामह का मुुक बधिर सा होना,


वो अंधी गान्धरी,

शायद वो मंथरा भी थी जो निरंतर बोली चली जा रही थी,

और शायद प्रषठभूमि में,

दीवारों से कान लगाए मृत वत सेे कुछ लोग,

रामायण में महाभारत या महाभारत में रामायण,

क्या फर्क पड़ता है ?


आज भी वो सब चरित्र जीवंत हैैं

बस समय व नाम बदल गए हैैं

पर अंत में कृष्ण तो आते ही है ना, भरोसा है।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Abstract