उगता जाता सूरज हनुमत अब तक क्यूं ना आए। उगता जाता सूरज हनुमत अब तक क्यूं ना आए।
इसलिये - रामायण पर्याप्त न पढ़ना नहीं तो सचमुच उस साँचे में ढलना होगा इसलिये - रामायण पर्याप्त न पढ़ना नहीं तो सचमुच उस साँचे में ढलना होगा
मंजिल पर भी पहुंचा देती है , बस चलना जरूरी है ! कुछ आये न आये उमंग के साथ करना जरूरी है ! मंजिल पर भी पहुंचा देती है , बस चलना जरूरी है ! कुछ आये न आये उमंग के साथ करना ...
मैं वहीं लंकेश दशानन हूँ मैं फिर लौट के आया हूँ मैं वहीं लंकेश दशानन हूँ मैं फिर लौट के आया हूँ
कई बार दोस्तों से खेल खेल में कट्टी और फिर अब्बा किया करते थे कई बार दोस्तों से खेल खेल में कट्टी और फिर अब्बा किया करते थे
दशरथ सत्कार किया, कहा जो भी मांगोगे तुम स्वामी इच्छा करूंगा पूरी मैं प्रण किया और । दशरथ सत्कार किया, कहा जो भी मांगोगे तुम स्वामी इच्छा करूंगा पूरी मैं प्...