छोटी नेकर
छोटी नेकर
ये छोटी नेकरे
बहुत चुभती है तुम्हे ?
घूंघट नहीं चुभा कभी ?
नहीं चुभी आंख,
घूंघट की लाज हरती ?
नहीं चुभा,
छोटी का ब्याहता होना ?
नहीं चुभा,
हरदम उसका अपमान होना ?
नहीं चुभा ?
अपने ही घर में उसका,
चोर कहा जाना ?
नहीं चुभा, ए.सी . में बैठे,
बंद रसोई में उसका,
पसीने से नहाना ?
छोटी नेकरें,
चुभती है ? क्यों ?
तुम्हें लुक झिपकर
देखना नहीं हो पाता ?
तुम्हारी गंदी निगाहे
उनका बदन नहीं जलाती ?
अब वह न
शर्माती, गुस्साती ?
उपेक्षा बर्दाश्त नहीं होती ?
बेपरवाही हज़म नहीं हो पाती ?
बिंदास उनका जीना,
अखरता है तुम्हें ?
ईगो घायल हो,
तड़पता है ?
आंखें नीची कर लो,
जुबां खामोश।
तुमने अपनी
जिम्मेदारी कब निभायी ?
अब वह स्वयं मुख्तार है,
अपने जीवन नौका की
वह खुद खेवनहार है।