चेहरा मन का दर्पण
चेहरा मन का दर्पण
जग में रंग बिरंगे उपवन है
भागती सी इस जिन्दगी में
बड़ा ही सुन्दर जीवन है
चेहरा मन का दर्पण है
खिलखिलाते गुलशन है
रिश्तों के इस डोर में छुपे
अपनेपन का बंधन है
चेहरा मन का दर्पण है
खुशबू से भरे मधुबन है
तरह-तरह के कीट पतंगे
भँवरों के मीठे गुंजन है
चेहरा मन का दर्पण है
