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Bharti Bourai

Drama

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Bharti Bourai

Drama

चार वर्ण पिरामिड:::::तीज पर

चार वर्ण पिरामिड:::::तीज पर

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१—

वो 

झूला 

बाहों का 

जिसमें माँ 

झुलाती सदा 

लगता तीज सा 

है जीवन संवाद ।

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२—

ये 

झूले 

तीज के 

पेंग देते 

गीतों के संग 

ऊँचे और ऊँचे 

कितनी थी होड़।

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३—

है 

अब 

बैठना 

झूले पर 

मचाती शोर 

महिलाओं बीच 

चंचल लड़कियाँ।

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४—

दिखा 

मेहँदी 

मेरी देख 

कहते सब 

घेवर खाकर 

झूल लेने के बाद।

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