चार दीवारी
चार दीवारी
चैन यहां अब मिल जाता हैं,
इस घर की चार दीवारी में...
सपने नए कुछ रख डालें है,
दिल की इस अलमारी में...
दीवारों से हो गई है यारी,
दरवाजों से गहरा नाता है...
लगते थे जो अनजान कभी,
अब हर शख्स मुझे भाता है...
रात ख्वाबों में निकल जाता हैं,
दिन बीतता है तैयारी में...
चैन यहां अब मिल जाता हैं,
इस घर की चार दीवारी में...
खाली दिल यहां और पड़े हैं,
दिल का खालीपन मिटाने को...
हाल पूछने वाला मिल जाएगा,
बस अपना हाल बताने को...
परेशानियां भी खो जाते हैं,
यहां बातों की बीमारी में...
चैन यहां अब मिल जाता हैं,
इस घर की चार दीवारी में...
सपने नए कुछ रख डालें है,
दिल की इस अलमारी में...
चैन यहां अब मिल जाता हैं,
इस घर की चार दीवारी में...