चांदनी रात का नूर
चांदनी रात का नूर
चांदनी रात में नूर की बरसात में
मेरी तन्हाई मुझसे बात करती है,
जब सारी दुनिया सो जाती है
और मीठे सपनों में खो जाती है,
चुपके से फिर तुम आ जाते हो
और कानों में कुछ कह जाते हो,
यूं मेरी नींद चुरा कर तुम
खुद चैन से कैसे सो जाते हो।