चाहत
चाहत
आप आए जिंदगी में जिस तरह
ख़ुदा की हसीन करामात जैसे है
मगर यूँ दूर होते गए इस तरह
शायद हमारी तक़दीर का खेल है
ख़ुदा की ही चाहत थी
हसीन मुलाक़ातें हमारी
करिश्मा होगा कोई न कोई
और अनोखी दास्तान बनेगी
गर ना हुआ ऐसा कभी
चाहत ना रहेगी जीने की
छोड़ देंगे हम सभी कुछ
ख़ोज में उसी ख़ुदा की।