बुद्ध हुए बिना
बुद्ध हुए बिना
द्वंद अंतर्मन का मिटना
बुद्ध हुए बिना मत जाना
ज्ञान का दीप जलाना
मूर्ख मत रह जाना
मिलता नहीं जीवन दोबारा
नाम अपना तुम कर जाना
अज्ञात गलियों में खो ना जाना
दीप अपना तुम ना बुझाना
जीवन पथ को तुम सजाना
सबके लिए एक राह बन जाना
सब कुछ है छूट जाना
छूटने से पहले टूट न जाना
टूटा तारा बन बिखर न जाना
बिखरने से पहले रोशन जहां कर जाना
बुद्ध से प्रबुद्ध तुम बन जाना
हर बंजर मन की आवाज बन जाना
बुद्ध हुए बिना ...
