बरसों बाद मिले
बरसों बाद मिले
मीलों तलक मैं चलता रहा उनसे मिलने को।
पर रास्ते खत्म न हुए उसके ख्यालों में ।।
जिन्दगी मेरी जैसे खुशनुमा से हो गई।
उस सफर की प्यारी सी बरसातों से। ।
पर उस रास्ते पर थके हम नहीं।
मेरे हमसफ़र की यादों से।।
जी करता था मशहूर कर दूँ उसका प्यार ।
पर डर लगता है इस बात से जज़्बात से।।
फिर हम मिले उनसे प्यारी सी बातें हुई।
सदियों बाद मिले थे जैसे बरसों बाद बरसात हुई। ।
बहुत खूबसूरत था वो पल, समय बीत गया।
फिर नींद टूटी ख्वाब आंखों से ओझल हुआ। ।
थोड़े से आंखों में आंसू आये थोड़ा रोया।
फिर दिल को समझाया और फिर सो गया। ।