तुम रूठा ना करो
तुम रूठा ना करो
यूँ रूठा ना करो तुम हमसे,
मेरे दिल की धड़कन बढ़ जाती है,
हमने तो दिल आपके नाम किया
साँसे हमारी तुम बिन थम जाती है....।।
देखिये हमसे यूँ रूठा न करो
तुम बिन सब अधूरा सा लगता है
जब तुम मेरे साथ रहते हो तो
दिन बडा ही सुहाना सा लगता है ।।
सुनिये ना आप ऐसे टूटा न करो
मेरे कहे गये चंद लफ़्ज़ों से ...
तुम जब भी हो जाते हो गुमसुम
तुम्हारे चाँद का चेहरे मुरझा जाता है ।।
तुम साथ होते तो जिंदगी का सफर
बहुत खुबसूरत रंग बिरंगा सा हो जाता है
जब तुम होते हो रूठ कर दूर मुझसे
जिदंगी का सफर वही मेरा थम जाता है ।।
ऑखों से ऑंसू उदासी का आलम,
हर लम्हा तेरा ही अहसास दिलाता है
तुम्हारी मदमस्त मुस्कान को याद कर
दिल अंदर ही अंदर से टूट जाता है ।।
जब भी तुम खिलखिला कर हँसते हो
मेरा दिन तेरे इश्क के नाम अर्पण हो जाता है
तुम रूठा न करो छोटी छोटी बातों से सनम
तुम बिन जीवन का आनंद सब रूठ जाता है ।।
मेरे अल्फाज़ो को अपने दिल पर न लगा तू
हाँ मै थोडी-सी जिद्दी पर दिल की सरल हूँ
तुम्हे खोना नहीं चाहती हूँ डर लगता है मुझे
तेरे साथ मुझे पल बिताना अच्छा लगता है ।।
चाहत यही की तेरी खुशियों की वज़ह बनू मै
क्यो तुम्हे मेरी चाहत का अधूरा पन लगता है
प्यार से कभी आवाज देना किसी मोड़ पर
मुझे तेरी बाँहों का आशियाना सुहाना लगता है ।।