Dr Rajmati Pokharna surana
Abstract
बसंत ऋतु आई है,
कलियाँ मुस्कराई हैं,
सोलह श्रृंगार से सजी क्यारियाँ,
ओ रे पिया तेरी याद आई है।।
बरसाते
झील के जल से ...
होली के रंग
रंगोत्सव
तुम हो कहाँ ?
हाँ, मै जानती...
तुम रूठा ना क...
फूलों से खुशब...
कलियाँ
ओ रे पिया
ज़िन्दगी मुझको न अधूरी चाहिए, पल भर भी तुझसे न दूरी चाहिए। ज़िन्दगी मुझको न अधूरी चाहिए, पल भर भी तुझसे न दूरी चाहिए।
स्त्रियां बातें गुप्त नहीं रख सकती उनके मन की सारी ही बातें रहस्य तो होती हैं। स्त्रियां बातें गुप्त नहीं रख सकती उनके मन की सारी ही बातें रहस्य तो होती है...
लोग कहते हैं ,किस्मत की लकीरें बदल सकती है मेहनत से। लोग कहते हैं ,किस्मत की लकीरें बदल सकती है मेहनत से।
काश कि जिंदगी परियों की कहानी सी बन जाये, जहाँ एक खूबसूरत सी परी जीवन में आये। काश कि जिंदगी परियों की कहानी सी बन जाये, जहाँ एक खूबसूरत सी परी जीवन में आये...
हर चेहरे पर मुस्कान खिल जाए जन्मदिन बन जाये आपका त्योहार। हर चेहरे पर मुस्कान खिल जाए जन्मदिन बन जाये आपका त्योहार।
रातों में कुचलने तो पैदा किया है ना...नारी को। रातों में कुचलने तो पैदा किया है ना...नारी को।
यूं न देखो तुम बसीरत से मुझे यूं न चाहो तुम अक़ीदत से मुझे। यूं न देखो तुम बसीरत से मुझे यूं न चाहो तुम अक़ीदत से मुझे।
कम होते तापमान से देती है,आहट शीत ऋतु ताप से करती है,बगावत। कम होते तापमान से देती है,आहट शीत ऋतु ताप से करती है,बगावत।
जिसके गाँठ खुलते ही सब आ जाता था,..! पर अब तो...! जिसके गाँठ खुलते ही सब आ जाता था,..! पर अब तो...!
फिर भी रहस्य कुछ तुमसे मैंने कभी छुपाया नहीं। फिर भी रहस्य कुछ तुमसे मैंने कभी छुपाया नहीं।
चाह बदलने की हो जग को, पहले ख़ुद को जरा बदल लक्ष्य तुझे मिल ही जाएगा.... चाह बदलने की हो जग को, पहले ख़ुद को जरा बदल लक्ष्य तुझे मिल ही जाएगा....
चलो इक ख़त लिखते हैं कल की भूली यादों को ताज़ा करते हैं। चलो इक ख़त लिखते हैं कल की भूली यादों को ताज़ा करते हैं।
प्यार और सम्मान हो जिसमें हर त्यौहार खुशहाल बने। प्यार और सम्मान हो जिसमें हर त्यौहार खुशहाल बने।
अनुभवी होने पर खुलता रहस्य, दुनिया केवल स्वार्थ की है। अनुभवी होने पर खुलता रहस्य, दुनिया केवल स्वार्थ की है।
काया की माया क्षण भंगुर, फिर क्यों सबसे नेह लगाऊं। काया की माया क्षण भंगुर, फिर क्यों सबसे नेह लगाऊं।
तुम हो हमारे परिवार का गहना, मेरे बेटे सदा खुश रहना। तुम हो हमारे परिवार का गहना, मेरे बेटे सदा खुश रहना।
लेकिन यह शास्वत सत्य है। पुरुष सा कोई नहीं होता है। लेकिन यह शास्वत सत्य है। पुरुष सा कोई नहीं होता है।
रहस्यमयी कहानियों के रहस्य है कई सुलझाए जो वो कहलाए दधिचि ऋषि। रहस्यमयी कहानियों के रहस्य है कई सुलझाए जो वो कहलाए दधिचि ऋषि।
दिल से निकले यही दुआ बस, तुम हर जन्म मेरी बिटिया बन आओ ! दिल से निकले यही दुआ बस, तुम हर जन्म मेरी बिटिया बन आओ !
फिर "खालीपन का कीड़ा" कटता है तो सब मिल भी जाता है फिर "खालीपन का कीड़ा" कटता है तो सब मिल भी जाता है