ब्रेकअप
ब्रेकअप
तूने मुझे छोड़ा है
तकलीफ़ तुझे नहीं मैं अपने आप को दूँगा
हर उस रात को दूँगा
स्याही से नहीं अपने आँसू से लिख कर
उस किताब को दूँगा
अब तकलीफ़ तुझे नहीं, मैं अपने आप को दूँगा
अब तकलीफ़ तुझे नहीं, मैं अपने आप को दूंगा
मज़हब में पर्दे के पीछे रहा करती थी
उसे वहां से निकाल कर मैंने
दुनिया दिखाई और
आज वो दुनिया देखने मेरे बिना ही
निकल गई
सुना है उसने आजकल नया बाबू शोना जान
बनाया है
अब जलील करके तेरे हर उस शोना जान को दूँगा
अब तकलीफ़ तुझे नहीं मैं अपने आप को दूंगा
अब तकलीफ़ तुझे नहीं मैं अपने आप को दूंगा
लिख रहा हूं उन पन्नों पर तेरी बेवफ़ाई,
एक बार तू पूछ रही थी ना तुम मुझसे
कितना प्यार करते हो तो सुन
लिखित में तेरे हर उस हिसाब को दूँगा
अब तकलीफ़ तुझे नहीं, मैं अपने आप को दूँगा
अब तकलीफ़ तुझे नहीं मैं अपने आप को दूँगा
कभी प्यार से तेरा रास्ता रोका करता था
आज देख उन रास्तों से साफ हो चुका हूं
अब तू उन राहों पर मिलेगी ना तो
नकार के तेरी हर उस बात को दूँगा
अब तकलीफ़ तुझे नहीं अपने आप को दूँगा
अब तकलीफ़ तुझे नहीं मैं अपने आप को दूँगा
आज याद करके आंखे नम हैं मेरी,
चांदनी रात में तू मेरी बाहों में सोया करती थी ना
घंटो बैठ के प्यार भरी बातें किया करती थी ना
खुद को चांदनी, मुझको चाँद बोला करती थी ना
अब रात भर अकेला बात करके उस चाँद को दूँगा
अब तकलीफ़ तुझे नहीं मैं अपने आप को दूँगा
अब तकलीफ़ तुझे नहीं मैं अपने आप को दूँगा