बलवान
बलवान
तुम में बल है ,तुम हो बलवान,
पर मत समझना अपने आप को तुम भगवान।
यदि नहीं करते हो तुम अपनी बुद्धि का इस्तमाल,
तो तुम्हारे बल का नहीं है कोई काम।
ज़िन्दगी की राहों पर नहीं आते हैं फूल,
सिर्फ बल से नहीं जाते हैं ये दूर।
यदि अपनी बुद्धि का प्रयोग नहीं करोगे ,
तो जिंदगीभर अपने आपको देते रहना कसूर।
अपने से कमज़ोर को डराना ,
यह नहीं होती महानता।
असली बलवान कौन होता है,
यह ईश्वर है जानता।
यदि अपने आप को मानते हो तुम बलवान,
तो हंसकर जियो ज़िन्दगी,
चाहे कैसे भी हो हाल।