प्रेम हर अर्थ में
प्रेम हर अर्थ में
पत्नी दाम्पत्य की जान होती है
एक प्रेमपूरित रिश्ते की सम्मान होती है,
पति के स्वस्थ दीर्घायु की करे कामना
ऐसी पत्नी पति के लिए वरदान होती है!
नेह से बाँधती रिश्ते का बंधन
घर आँगन लीपती बुहारती है,
न्यौछावर करती है अपना तन मन
हाथ उसके पति की लगाम होती है!
अगर कमी कोई हो पति में तो
पत्नी किसी को पता नहीँ लगने देती है,
घर की बात घर में ही छुपाकर रखो
सफल रिश्ते की गूढ़ सीख सबको दे देती है!
