ज़िन्दगी का सफर
ज़िन्दगी का सफर
मुश्किल राहों पर चलें दो हमसफ़र,
वो ध्यान रखें कि कोई अकेला ना भटके मन में लेकर डर।
यही तो है ज़िन्दगी का सफर।
हसकर चलें वो चाहे उनके पांव में हो कांटों की डगर,
बह जाए उनके अंदर से रक्त की लहर,
फिर भी वो बढ़ते जाएं डटकर,
यही तो है ज़िन्दगी का सफर।
जब सब परेशानियों से लड़कर,
वो लौटेंगे अपने घर,
शिक्षा देंगे वो की प्यारा सा है ज़िन्दगी का सफर।
इसलिए सफलता पानी है तो रखो थोड़ा सा सब्र,
यही तो है ज़िन्दगी का सफर।
थोड़ा सा हँसना हँसाना,
थोड़ा रोना रुलाना, और महनत कर सफल हो जाना,
यही तो है जिसे ज़िन्दगी का सफर है माना।
