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Manisha Wandhare

Abstract

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Manisha Wandhare

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दिल का टुकड़ा ...

दिल का टुकड़ा ...

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वो तेरी रोज की किलकारीयां,

आज भी दिल में गुंजती है ,

लड़खड़ाती तू हँस के जब ,

सीने से लगती है ,

आँख भर आती है ,

प्यार में दुनिया मेरी खो जाती है...

तू ओझल हो जाये तो,

बेचैनी दिल की बढ़ जाती है ,

रोज उतारू नजर तुम्हारी ,

जान भी मेरी जान,

तुझ पे वारी है ,

आँख भर आती है ,

प्यार में दुनिया मेरी खो जाती है...

तू दिल का टुकड़ा है,

मुझसे ही जन्मा मेरा अंश ,

मेरे सपनों का जहां है ,

मेरी लाडो तू अरमान ,

तू ही जीने का मकसद है ,

तू बिटीया मेरी हम दोनों,

एक दूसरे से बंधे है ,

मेरी दुनिया तुझ में खोई है ,

आँख भर आती है ,

प्यार में दुनिया मेरी खो जाती है...


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