भूल जाना
भूल जाना


भूल जाना
आज एक बात कही है आपने
कि मुझे भूल जाना
चलो हम भी आपसे कुछ कहते हैं
भूल जाना हमारी उन गुफ्तगू को जो कभी दरख़्त में साएं में हमने की थी
भूल जाना हमारे साथ गुजारे उन लम्हों को जो सुकून देते थे
भूल जाना उन सारे अल्फाजों को जो आपके लिए हमने अपने दिल से कहे थे
भूल जाना उन निशानियों को कभी आपके लिए थे
भूल जाना उन ख्वाबों को जिनको साथ हमने देखा था
भूल जाना उन रास्तों को जिनके राही हम थे
भूल जाना उन वादों को जिनके आप उम्मीद अफ्जा थे
भूल जाना हमारी यादों को
भूल जाना हमारे इकरार को
भूल जाना हमारी मोहब्बत
भूल जाना कोई अक्स था जो आपकी आंखों में बसा था भूल जाना हमें
तब भूल जायेंगे हम आपको..