"घुंघरू मेरा एक सवाल"
"घुंघरू मेरा एक सवाल"
क्या हैं घुंघरू?
किसी के लिए ये इबादत है
किसी के लिए नापाकी है
क्या घुंघरू भी पाक नापाक होते हैं,
क्या इनका भी धर्म होता है
कोई इन्हें पहन नृत्यांगना कहलाता है
तब क्यों कोई तवायफ का खिताब पाता है,
पाजेब में बंधे घुंघरू किसी के दिल के तार छेड़ जाते हैं,
लाल कपड़े में बंधे घुंघरू बदनामी बन जाते हैं..
कहीं ये गर्व का अहसास कराते हैं
कहीं ये नजरें झुका जाते हैं
किसी के होंठों की खिलखिलाहट,
किसी के मुस्कान छीनने की वजह बन जाते हैं..
किसी के आंखों की चमक, किसी के आंखों का दर्द बन जाते हैं।
किसी के लिए ये बेड़ी, किसी के लिए पायल कहलाते है
क्यों घुंघरू इतने रूप पाते हैं?
क्यों ये एक रूप में नहीं ढल जाते हैं|
