बहू क्या लायी है
बहू क्या लायी है
छोड़ बाबुल का घर
पिया के घर आयी है
न जाने क्यों लोग पूछते हैं
बहू दहेज में क्या लायी है ?
पली-बढ़ी जिस घर-आंगन में
वो घर-आंगन छोड़कर आयी है
न जाने क्यों लोग पूछते हैं
बहू दहेज में क्या लायी है ?
भाई-बहन और हमजोली
सखियों संग हंसी-ठिठोली
सब छोड़कर आयी है
न जाने क्यों लोग पूछते हैं
बहू दहेज में क्या लायी है ?
अपनों संग तोड़ के नाता
गैरों को अपना बनायी है
न जाने क्यों लोग पूछते हैं
बहू दहेज में क्या लायी है ?
अपने जिगर के टुकड़े की
मां-बाप ने की विदाई है
न जाने क्यों लोग पूछते हैं
बहू दहेज में क्या लायी है ?
किसी ने भी ये नही पूछा
बेटी क्या-क्या छोड़ के आयी है
हर किसी ने दी एक ही दुहाई है
बहू दहेज में क्या लायी है ?
वो क्या जानें पीर-पराई
जिनके पैर फटी न बिवाई है
न जाने क्यों लोग पूछते हैं
बहू दहेज में क्या लायी है ?
