करें योग- रहें निरोग
करें योग- रहें निरोग
आओ! योग-ध्यान की अलख जगाएं
स्वस्थ तन, मन प्रसन्न बनाएं।
जीवन आनंद छिपा है योग में
खुद समझें और समझाएं
आओ! योग-ध्यान की अलख जगाएं।
निशदिन करके योग-व्यायाम
तन- मन के सभी विकार मिटाएं
आओ! योग-ध्यान की अलख जगाएं।
संयमित कर आहार-विहार
जीवन का हर सुख पाएं
आओ! योग- ध्यान की अलख जगाएं।
पंचतत्व रचित शरीर अनोखा
इसको व्यर्थ न गवाएं
करके नित्य योग-व्यायाम
जीवन सफल बनाएं
आओ! योग- ध्यान की अलख जगाएं।
