नववर्ष
नववर्ष
नवल प्रभात की नवल रश्मियों से,
आलोकित जीवन पथ हो।
बहे हृदय में प्रेम की धारा
दूर उर का सब तम हो,
नववर्ष मंगलमय हो।
मिट जाएं सब राग-द्वेष,
बस अपनत्व ही अपनत्व हो।
नई उम्मीद नई आशाओं से
पुलकित सबका जीवन हो,
नववर्ष मंगलमय हो।
छट जाएं दुःख के बादल,
विघ्न-बाधाएं सब खत्म हों
फूल खिलें खुशियों के
चहुंदिश फैली प्रेम सुगंध हो,
नववर्ष मंगलमय हो।
