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Sunil Kumar

Inspirational

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Sunil Kumar

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नववर्ष

नववर्ष

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नवल प्रभात की नवल रश्मियों से,

आलोकित जीवन पथ हो। 

बहे हृदय में प्रेम की धारा

दूर उर का सब तम हो,

नववर्ष मंगलमय हो।


मिट जाएं सब राग-द्वेष, 

बस अपनत्व ही अपनत्व हो। 

नई उम्मीद नई आशाओं से

पुलकित सबका जीवन हो,

नववर्ष मंगलमय हो। 


छट जाएं दुःख के बादल,

विघ्न-बाधाएं सब खत्म हों

फूल खिलें खुशियों के 

चहुंदिश फैली प्रेम सुगंध हो, 

नववर्ष मंगलमय हो।



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