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Shyam Kunvar Bharti

Drama

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Shyam Kunvar Bharti

Drama

भोजपुरी कविता- लोगवा ज़िंदगानी

भोजपुरी कविता- लोगवा ज़िंदगानी

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कईला नाही निमन तुहु आपन कारस्तानी नेताजी |

लगवाई के देश बिरोधी नारा बन गईला द्रोही नेताजी |

झूठ सांची बोली बाली सबके रीझावेला |

जेवन होई नाही तेवन सपना सबके देखावेला |

कई दिहला दूभर लोगवा ज़िंदगानी नेताजी |

कईला नाही निमन तुहु आपन कारस्तानी नेताजी |

लेवे खातिर भोटवा घुसी जला हमरे पेटवा |

खाद बीज पानी बिना मरे मोर खेतवा |

गले मिली दुश्मनवा देशवा कईला पानी पानी नेताजी |

कईला नाही निमन तुहु आपन कारस्तानी नेताजी |

लइकन के शिक्षा ना बिना चोरी के परीक्षा ना होला |

काम बिना नोट के सड़क बिना चकरोट के ना होला |

जब करी फरियाद तोहसे करेला आनाकानी नेताजी |

कईला नाही निमन तुहु आपन कारस्तानी नेताजी |

बितला इलेक्सन होला न कभी दरसन |

मिलला पर चिन्हे नाही तोहार जात बा ई कइसन |

नाही दिहला रोजगार केहु मरे लोगवा बिना दानापानी नेताजी |

अबही समईया बा अबहु त चेता तनी |

देशवा समाज गऊवा खियाल करता तनी |

जनी करा अब त तुहु खूब मनमानी नेताजी |

कईला नाही निमन तुहु आपन कारस्तानी


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